जब मर्म पुराना जगता है
जब मर्म पुराना जगता है, मत पूछो कैसा लगता है। दिल में होता है दर्द कोई, और मन ये रोने लगता है। आँखें पथरा सी जाती हैं, और साँसें भी थम जाती हैं, कितना भी रोकूँ अश्कों को, वो मुझको नम कर जाती हैं। एक कसक हमेशा इस दिल में, हर पल करवट सी लेती … Read more